Changes from Today: सोमवार यानी 22 सितंबर से भारतीय और वैश्विक निवेशकों के लिए कई अहम बदलाव लागू हो गए हैं. इन बदलावों का असर सीधे-सीधे आम उपभोक्ताओं, उद्योगों और शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा. आइए समझते हैं कि आज से क्या-क्या बदल रहा है.
GST रेट रेशनलाइजेशन
आज से देश में नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म लागू हो गए हैं. लंबे समय से चर्चा में रहे टैक्स स्ट्रक्चर को आसान बनाते हुए सरकार ने 5% और 18% का दो स्लैब लागू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश को संबोधित करते हुए “GST बचत उत्सव” की शुरुआत की और कहा कि इससे हर नागरिक को फायदा मिलेगा.
इस कदम का सबसे ज्यादा लाभ ऑटो, एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, स्टेशनरी, होटल और सीमेंट जैसे सेक्टर्स को होगा. उम्मीद है कि उपभोक्ताओं के लिए सामान और सेवाएं सस्ती होंगी और त्योहारी सीजन में डिमांड को बड़ा सहारा मिलेगा.
H-1B वीजा नियमों में बदलाव
Add Zee Business as a Preferred Source

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नए H-1B वीज़ा आवेदन की फीस को अचानक बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है. अब 21 सितंबर से नए आवेदन पर फीस $2,000–$5,000 से बढ़कर $100,000 (करीब 88 लाख रुपये) हो गई है. हालांकि, मौजूदा H-1B वीज़ा और उनके रिन्यूअल पर ये नियम लागू नहीं होंगे.
चूंकि भारत H-1B वीज़ा का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है, ऐसे में इसका सीधा असर भारतीय आईटी कंपनियों पर पड़ सकता है. नई लागत से कंपनियों के मार्जिन और ऑपरेशनल फ्लेक्सिबिलिटी पर दबाव आने की आशंका है. इसीलिए आज IT शेयरों में हलचल देखने को मिल सकती है.
FTSE इंडेक्स रिबैलेंसिंग
आज से FTSE इंडेक्स में भी बड़े बदलाव लागू हो गए हैं. भारत डायनेमिक्स, कोरोमंडल इंटरनेशनल और इंडियन ओवरसीज बैंक को मिडकैप से अपग्रेड कर लार्जकैप कैटेगरी में शामिल किया गया है. वहीं, बालकृष्ण इंडस्ट्रीज़, कॉनकॉर, IREDA, एलटीटीएस, प्रीमियर एनर्जीज, थर्मैक्स, यूनाइटेड ब्रुअरीज और वोल्टास को लार्जकैप से घटाकर मिडकैप कैटेगरी में डाल दिया गया है.
इस तरह के बदलाव से संबंधित शेयरों में संस्थागत निवेशकों की खरीद-बिक्री बढ़ सकती है, जिससे शेयर की कीमतों में शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
सेंसेक्स वेटेज एडजस्टमेंट
आज से सेंसेक्स में भी कुछ शेयरों का वेटेज बदला गया है. भारती एयरटेल, आईटीसी और बजाज फिनसर्व के वेटेज बढ़ाए गए हैं, जिससे इनमें क्रमशः 5.1 करोड़ डॉलर, 3.6 करोड़ डॉलर और 1.6 करोड़ डॉलर तक के अनुमानित इनफ्लो आ सकते हैं.
वहीं, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ और आईसीआईसीआई बैंक के वेटेज कम हुए हैं, जिससे इनसे क्रमशः 1.8 करोड़ डॉलर, 1.2 करोड़ डॉलर और 0.9 करोड़ डॉलर के आउटफ्लो का अनुमान है.
कुल मिलाकर,
आज से लागू हुए ये बदलाव निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं. एक ओर GST रेट रेशनलाइजेशन से आम लोगों और इंडस्ट्री को राहत मिलेगी, वहीं H-1B वीज़ा शुल्क बढ़ोतरी भारतीय आईटी सेक्टर के लिए नई चुनौती खड़ी कर सकती है. साथ ही FTSE और सेंसेक्स में हुए रिबैलेंसिंग से बाजार में स्टॉक्स की दिशा बदलने की संभावना है.
Read More at www.zeebiz.com