ये जो रोज सोने का भाव कम-ज्यादा होता है…ये आखिर तय कौन करता है? स्पॉट रेट, MCX या बुलियन मार्केट, सिंपल सा है जवाब]

गोल्ड भारत में केवल ज्वैलरी या इन्वेस्टमेंट तक ही नहीं  है, बल्कि संस्कृति का हिस्सा है. लेकिन गोल्ड की कीमत रोज बदलती रहती है, जो कभी ऊपर जाती है तो कभी नीचे.तो क्या आप जानते हैं कि यह कीमत कौन तय करता है? यह केवल एक इंसान या कंपनी का फैसला नहीं, बल्कि कई फैक्टर और बाजारों का खेल होता है.तो आइए, हम समझें कि सोने की कीमत कैसे तय होती है, स्पॉट रेट क्या है, MCX क्या काम करता है, और बुलियन मार्केट कैसे चलता है.

गोल्ड की कीमत कौन तय करता है?

गोल्ड का प्राइस फिक्स करने वाला कोई एक व्यक्ति या बॉडी नहीं है. असल में यह मार्केट की मांग और सप्लाई पर निर्भर करता है. ग्लोबर लेविल पर लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) सुबह 10:30 और दोपहर 3:00 बजे (GMT) पर कीमत फिक्स करता है.असल में भारत में इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) रोज सुबह और दोपहर कीमतें तय करता है. ये प्राइस ग्लोबल मार्केट, डॉलर-रुपये एक्सचेंज रेट, इंपोर्ट फीस और स्थानीय मांग पर आधारित होते हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) भी सोने के रिजर्व रखता है, जो कीमतों को प्रभावित करता है. वैसे सरकारी नीतियां जैसे GST (3%) और इंपोर्ट ड्यूटी (15%) भी कीमत बढ़ाती हैं. तो टोटल, माइनिंग कंपनियां, सेंट्रल बैंक, ज्वेलर्स और निवेशक सब मिलकर कीमत तय करते हैं.

गोल्ड स्पॉट रेट क्या है और कैसे तय होता है?

स्पॉट रेट गोल्ड की आज के मार्केट के कीमत है, जो तुरंत खरीद-बिक्री के लिए होती है.असल में यह फ्यूचर्स की कीमत नहीं, बल्कि आज की कीमत है. वैसे स्पॉट रेट  ग्लोबर एक्सचेंज जैसे COMEX (शिकागो), LBMA (लंदन) और MCX (मुंबई) पर तय होता है. यह 24/7 बदलती रहती है, क्योंकि मार्केट रविवार शाम 6 बजे से शुक्रवार शाम 5:15 बजे तक (EST) खुले रहते हैं.

स्पॉट रेट तय करने वाले फैक्टर

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-मांग और सप्लाई: ज्यादा खरीदारी से कीमत बढ़ती है, कम से घट सकती है.

-करेंसी एक्सचेंज रेट: सोना डॉलर में ट्रेड होता है.तो अगर रुपया कमजोर हो, तो भारत में कीमत बढ़ जाती है.

-महंगाई और ब्याज दरें: महंगाई बढ़ने पर सोना सेफ लगता है, कीमत ऊपर जाती हैय

-भू-राजनीतिक घटनाएं: युद्ध या फाइनेंशियल संकट में सोना ‘सेफ हेवन’ बनता है, कीमत बढ़ती है.

-सेंट्रल बैंक नीतियां: RBI या अन्य बैंक अगर सोना खरीदें, तो आपूर्ति कम होकर कीमत बढ़ती है.

उदाहरण: अगर वैश्विक स्पॉट रेट 2,000 डॉलर प्रति औंस है, तो भारत में रुपए और ड्यूटी जोड़कर यह 60,000 रुपएप्रति 10 ग्राम हो सकती है.

MCX क्या है और सोने का ट्रेडिंग कैसे होता है?

MCX यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज, भारत का सबसे बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज है.असल में यह मुंबई में है और 2003 में शुरू हुआ है. MCX पर सोना, चांदी, तेल और एग्री प्रोडक्ट्स का फ्यूचर्स ट्रेडिंग होता है. गोल्ड का ट्रेडिंग फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के जरिए होता है, जहां आप फ्यूचर की कीमत पर सौदा करते हैं.

MCX पर सोने के कॉन्ट्रैक्ट

  • गोल्ड: 1 किलो का कॉन्ट्रैक्ट
  • गोल्ड मिनी: 100 ग्राम का
  • गोल्ड गिनी: 8 ग्राम का
  • गोल्ड पेटल: 1 ग्राम का

ट्रेडिंग समय: सुबह 9 बजे से रात 11:30 बजे तक MCX पर 97% कमोडिटी ट्रेडिंग होती है.तो यह निवेशकों को हेजिंग (रिस्क से बचाव) और स्पेकुलेशन का मौका देता है.लेकिन जोखिम ज्यादा है, इसलिए ब्रोकर के जरिए ट्रेड करें.

बुलियन मार्केट क्या है?

बुलियन मार्केट गोल्ड और सिल्वर जैसे कीमती चीजों का मार्केट है. भारत में यह OTC (ओवर-द-काउंटर) और फ्यूचर्स मार्केट में चलता है. बुलियन बैंक (जैसे HSBC), सेंट्रल बैंक (RBI), ज्वेलर्स, और निवेशक। MCX और NCDEX जैसे एक्सचेंज पर फ्यूचर्स ट्रेडिंग होती है.

बुलियन मार्केट के फैक्टर:

  • -ग्लोबल प्राइस: LBMA से प्रभावित
  • -डोमेस्टिक डिमांड: शादियां और त्योहारों पर बढ़ती है
  • -इंपोर्ट ड्यूटी: करीब 15% ड्यूटी कीमत बढ़ाती है
  • -GST: करीब 3% लगता है

यह 24 घंटे चलता है और कीमतें ग्लोबर घटनाओं से प्रभावित होती हैं, भारत में IBJA रोजाना AM और PM रेट फिक्स करता है.

आपको बता दें कि सोने की कीमत बाजार की मांग-स्प्लाई, ग्लोबर फैक्टर और सरकारी नीतियों से तय होती है. स्पॉट रेट तुरंत प्राइसहै, MCX फ्यूचर्स ट्रेडिंग का प्लेटफॉर्म है, और बुलियन मार्केट धातुओं का समग्र बाजार.तो अगर आप निवेश करना चाहते हैं, तो सही समय और जानकारी रखें.(नोट: खबर सामान्य जानकारी  पर आधारित है)

5 FAQs 

Q1. सोने की कीमत भारत में कौन तय करता है?

भारत में गोल्ड प्राइस रोजाना इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) तय करता है, जो ग्लोबल मार्केट और स्थानीय फैक्टर पर आधारित होता है.

Q2. गोल्ड का स्पॉट रेट क्या होता है?

स्पॉट रेट वह कीमत है जिस पर सोना तुरंत खरीदा-बेचा जाता है, यह COMEX, LBMA और MCX जैसे ग्लोबल एक्सचेंज पर तय होता है.

Q3. MCX क्या है और इसमें सोने का ट्रेड कैसे होता है?

MCX यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज, भारत का सबसे बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज है, जहां सोने के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट (1 किलो, 100 ग्राम, 8 ग्राम, 1 ग्राम) में ट्रेड होता है.

Q4. गोल्ड की कीमत बढ़ने-घटने के मुख्य कारण क्या हैं?

सोने की कीमत मांग-सप्लाई, डॉलर-रुपया एक्सचेंज रेट, महंगाई, ब्याज दर, भू-राजनीतिक घटनाओं और सेंट्रल बैंक की नीतियों पर निर्भर करती है.

Q5. बुलियन मार्केट क्या है?

बुलियन मार्केट वह बाजार है जहां गोल्ड और सिल्वर की ट्रेडिंग होती है. इसमें बैंक, सेंट्रल बैंक, ज्वेलर्स और निवेशक हिस्सा लेते हैं.

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