Editor’s Take: ग्लोबल राजनीतिक और आर्थिक खबरें लगातार बाजार की चाल को प्रभावित कर रही हैं. डोनाल्ड ट्रंप के भारत और प्रधानमंत्री मोदी के साथ रिश्तों की तारीफ से लेकर घरेलू बाजारों में जारी मजबूती तक, कई ऐसे फैक्टर हैं जो निवेशकों के लिए अहम बन गए हैं. अनिल सिंघवी ने बाजार के लिए अभी क्या अहम ट्रिगर्स हैं, वो समझाया है.
टैरिफ से तारीफ तक का सफर
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कभी भारत और प्रधानमंत्री मोदी की टैरिफ पॉलिसी को लेकर आलोचना की थी, लेकिन अब उनका रुख बदल चुका है. इस बार ट्रंप ने भारत और पीएम मोदी की जमकर तारीफ की. यह बदलाव दोनों देशों के बीच तनाव कम होने और रिश्तों के बेहतर होने का संकेत है, जो बाजार के सेंटीमेंट के लिहाज से बेहद पॉजिटिव माना जा रहा है.
ट्रंप का UK दौरे पर बड़ा बयान
ब्रिटेन दौरे पर ट्रंप ने रूस और चीन को लेकर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि यूरोपीय देश अब भी रूस से तेल खरीद रहे हैं, जबकि अमेरिका चीन पर पहले से ही भारी टैरिफ लगा चुका है. ट्रंप ने साफ किया कि चीन पर और ज्यादा कड़े कदम उठाना अब संभव नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि जब तक तेल की कीमतें नीचे नहीं आतीं, तब तक रूस समझौते के लिए तैयार नहीं होगा. यह संकेत देता है कि वैश्विक बाजारों में तेल कीमतों की भूमिका आगे भी अहम बनी रहेगी.
घरेलू बाजार का Big Data
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भारतीय शेयर बाजार लगातार मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है. निफ्टी इंट्राडे में दो महीनों की ऊंचाई 25,448 तक पहुंचा और पिछले 9 दिनों से लगातार higher low बना रहा है, जो निचले स्तरों पर खरीदारी का संकेत है. बैंक निफ्टी ने तो इतिहास रच दिया है, क्योंकि यह लगातार 12वें दिन तेजी के साथ बंद हुआ. इंट्राडे में बैंक निफ्टी ने 55,835 का तीन हफ्तों का ऊपरी स्तर छुआ और 100 DMA (55,668) के ऊपर बंद होकर मजबूती दिखाई.
मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी लगातार 10वें दिन बढ़त के साथ बंद हुए और एक महीने की ऊंचाई पर पहुंचे. स्मॉलकैप इंडेक्स ने 9वें दिन भी higher low बनाया. वहीं, PSU बैंक इंडेक्स इंट्राडे में एक साल की ऊंचाई पर रहा. सेक्टोरल इंडेक्स में भी मजबूती दिखी—ऑटो इंडेक्स 11 महीने की ऊंचाई पर और IT इंडेक्स एक महीने की ऊंचाई पर पहुंचा. इसके अलावा, India VIX 10 महीने के निचले स्तर 9.49 पर रहा, जो बाजार में स्थिरता और कम वोलैटिलिटी का संकेत देता है.
बड़े शेयरों में खास हलचल
रिलायंस इंडस्ट्रीज इंट्राडे में तीन हफ्तों की ऊंचाई 1,422 पर पहुंचा और लगातार 7वें दिन higher low बनाया. HDFC Bank ने 16 दिनों बाद 100 EMA (966) के ऊपर क्लोजिंग दी और इंट्राडे में 100 DMA (979) का स्तर भी छुआ. ICICI Bank ने भी मजबूती दिखाई और इंट्राडे में तीन हफ्तों का हाई 1,432 तक पहुंचा. साथ ही, ICICI Bank लगातार चौथे दिन 100 EMA (1412) के ऊपर बंद हुआ. ये संकेत बताते हैं कि बड़े प्राइवेट बैंकिंग शेयरों में रुझान पॉजिटिव है.
FIIs-DIIs का रुख
विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) का मूड भी अब सुधरता दिख रहा है. इंडेक्स फ्यूचर्स में उनकी लॉन्ग पोजीशन 13.96% पर पहुंच गई है, जो 16 दिनों की ऊंचाई है. हालांकि स्टॉक फ्यूचर्स में उनका रुझान अभी भी मिलाजुला है, लेकिन कल उन्होंने 222 करोड़ रुपये के स्टॉक फ्यूचर्स खरीदे. कुल मिलाकर FIIs ने कैश, स्टॉक और इंडेक्स फ्यूचर्स में 1,936 करोड़ रुपये की नेट खरीदारी की. घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) भी लगातार 18वें दिन खरीदार बने रहे और 3,327 करोड़ रुपये का निवेश किया.
ग्लोबल संकेत
वैश्विक स्तर पर भी बाजारों में मजबूती देखने को मिल रही है. डाओ, नैस्डैक, S&P 500 और रसल 2000 सभी नए हाई पर पहुंचे. S&P 500 इस साल 26वीं बार रिकॉर्ड हाई पर बंद हुआ. हालांकि, चांदी में हल्की मुनाफावसूली देखने को मिली और यह एक हफ्ते के निचले स्तर पर फिसल गई.
बाजार के लिए क्या मायने?
अनिल सिंघवी के अनुसार, FIIs के रुझान में सुधार और घरेलू फंड्स की लगातार सपोर्टिव खरीदारी से बाजार में मजबूती आई है. बिकवाली का दबाव कम होने से ही इतनी तेजी संभव हुई है. अगर शॉर्ट कवरिंग और खरीदारों की वापसी जारी रही तो बाजार और तेजी से भाग सकता है.
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