पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय जयपुर शहर में दो नगर निगम बनाए गए थे, जिसके बाद अब राज्य सरकार ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज का परिसीमन कर दिया है. इसी के साथ-साथ पूर्ववर्ती सरकार के समय कोटा में भी दो नगर निगम बनाए गए थे उन्हें भी मिलाकर एक कर दिया गया. अब जयपुर और कोटा शहर में एक-एक नगर निगम होंगे.
पहले जहां जयपुर शहर में ग्रेटर नगर निगम और हेरिटेज नगर निगम अशोक गहलोत सरकार के समय बनाए गए थे. दोनों नगर निगम में पहले 250 वार्ड थे. नए प्रारूप के मुताबिक पूरे शहर में अब 150 वार्ड रहेंगे. जनसंख्या की दृष्टि से शहर का सबसे छोटा वार्ड 31 नंबर रहेगा जबकि 135 नंबर वार्ड सबसे बड़ा वार्ड होगा.
गजट के लिए भेजा गया है नोटिफिकेशन
राज्य सरकार ने 6 माह पहले नोटिफिकेशन जारी करके जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर को एक कर दिया था. इसके बाद सरकार ने इसके परिसीमन पर काम करते हुए वार्डों का क्षेत्र निर्धारण करने के लिए आम लोगों से आपत्तियां मांगी थी. आपत्तियों का निपटारा करने के बाद परिसीमन प्रस्ताव को मंजूरी देकर गजट नोटिफिकेशन के लिए भेजा गया है.
आरक्षित वार्डों का जल्द होगा निर्धारण
गजट नोटिफिकेशन के बाद अब जिला निर्वाचन शाखा की ओर से वार्डों का आरक्षण (एससी एसटी वर्ग के लिए) निर्धारित किया जाएगा. यह निर्धारण वार्ड में मौजूद जनसंख्या के आधार पर किया जाएगा जिन वार्डों में इन आरक्षित वर्ग की जनसंख्या ज्यादा होगी. उन्हें आरक्षित श्रेणी में रखा जाएगा. इसके बाद स्वायत शासन विभाग और जिला निर्वाचन शाखा की ओर से इन सभी वार्डों में से ओबीसी वर्ग और महिला वार्ड आरक्षण के लिए लॉटरी की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.
नवंबर माह में पूरा हो जाएगा कार्यकाल
आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम का कार्यकाल इस साल नवंबर माह में पूरा हो जाएगा. राज्य सरकार ने वन स्टेट वन इलेक्शन के तहत प्रदेश के सभी निकाय व पंचायत चुनाव करने की योजना तैयार कर रही है. वर्ष 2026 की शुरुआत में चुनाव करवाए जा सकते हैं.
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