CG-Telangana Border Naxal Operation: छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में चल रहे नक्सल ऑपरेशन की मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हाई लेवल समीक्षा बैठक ली. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक लेकर कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान की गहन समीक्षा की.
यह इलाका छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित है, जहां हाल के दिनों में सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाइयों से नक्सलियों पर भारी दबाव बना है. बैठक में मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट संदेश दिया कि “नक्सल उन्मूलन केवल एक अभियान नहीं, बल्कि बस्तर और छत्तीसगढ़ के भविष्य को सुरक्षित करने का एक मिशन है.”
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुणदेव गौतम, सीआरपीएफ सहित अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री ने नक्सल विरोधी अभियानों में आपसी समन्वय और सूचना संकलन तंत्र को और अधिक मजबूत बनाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि प्रदेश सरकार, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने के संकल्प के साथ पूरी दृढ़ता से काम कर रही है.
बीजापुर में 24 माओवादियों ने किया सरेंडर
बीजापुर में 24 माओवादियों ने सरेंडर किया है, इनमें 14 नक्सलियों पर 28 लाख रुपये का ईनाम घोषित है. सीआरपीएफ और बीजापुर पुलिस के अधिकारियों के समक्ष नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में परतापुर एरिया कमेटी और पश्चिम बस्तर डिवीजन भैरमगढ़ एरिया कमेटी के एसीएम, एओबी डिवीजन, पीएलजीए सदस्य, पीपीसीएम और जनताना अध्यक्ष, पार्टी सदस्य समेत सेक्शन डिप्टी कमांडर, एसीएम शामिल सदस्य हैं. सभी माओवादी लंबे समय से बीजापुर, दंतेवाड़ा सुकमा के इलाकों में सक्रिय थे. सरकार के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर और माओवादी संगठन के भीतर बड़े आंतरिक मतभेद को देखते हुए सभी ने सरेंडर किया है.
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