Gensol Engineering Share News: जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों में आज 23 अप्रैल को एक बार फिर लोअर सर्किट लगा और इसका भाव 5 फीसदी क्रैश होकर 99.91 रुपये पर आ गया। इसके साथ ही अब इसका शेयर अपने ऑलटाइम हाई से करीब 96 फीसदी टूट चुका है। यह लगातार छठा दिन है, जब कंपनी के शेयरों ने लोअर सर्किट सीमा को छुआ हैं। जेनसोल के शेयरों में हालिया गिरावट कंपनी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ मार्केट रेगुलेटर्स सेबी (SEBI) की कार्रवाई के बाद आया है।
सेबी ने इसके प्रमोटरों- अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी पर कंपनी के बोर्ड या मैनेजमेंट में कोई भी अहम पद लेने से रोक लगा दी है। साथ ही इनके शेयर बाजार में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है। SEBI ने अपने अतंरिम आदेश में दोनों जग्गी बंधुओं पर कंपनी के फंड्स का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
कितना गिरा Gensol का शेयर?
जेनसोल के शेयर आज 23 अप्रैल को 5 फीसदी क्रैश होकर 99.91 रुपये के अपने नए 52-वीक लो पर बंद हुए। कंपनी के शेयरों का ऑलटाइम हाई 2,527.05 रुपये है, जो इसने 12 अक्टूबर 2023 को छुआ था। तब से अब तक इसके शेयरों में करीब 96.05 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
वहीं इसका पिछले एक साल का उच्चतम स्तर 1,124.90 रुपये हैं और इस स्तर से कंपनी का शेयर करीब 91.2 फीसदी अधिक गिर चुका है। सिर्फ इस साल अब तक इसके शेयरों में करीब 87 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।
Gensol Engineering के खिलाफ अब PFC ने कराई शिकायत
पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) ने जेनसॉल इंजीनियरिंग के खिलाफ दिल्ली पुलिस की इकनॉमिक अफेंसेज विंग (EoW) में शिकायत की है। यह शिकायत फर्जी डॉक्यूमेंट्स जमा करने के मामले में की है। आरोपों के मुताबिक जेनसॉल इंजीनियरिंग ने यह दिखाने के लिए कि वह कर्ज की किश्त भरने में चूकती नहीं है, इसे लेकर पीएफसी और इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) के जाली लेटर बनाए।
महादेव ऐप मामले में भी रडार पर आए जग्गी बंधु
जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रमोटर्स अनमोल सिंग जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को महादेव सट्टा ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ के लिए समन भेज सकता है। हालांकि ED ने अभी तक आधिकारिक तौर पर जग्गी बंधुओं को तलब नहीं किया है, लेकिन एजेंसी ने हाल ही में जेनसोल इंजीनियरिंग के 5 लाख से अधिक शेयर फ्रीज कर दिए हैं।
जांच एजेंसी को शक है कि इन शेयरों की कीमतों को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया गया और इसके पीछे दुबई की एक कंपनी ‘जेनिथ मल्टी ट्रेडिंग डीएमसीसी’ का हाथ है। यह कंपनी महादेव ऐप घोटाले के आरोपी हरि शंकर टिबरेवाल से जुड़ी मानी जा रही है।
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