प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने बेंगलुरु में डॉग ब्रीडर सतीश के घर विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के उल्लंघन मामले को लेकर छापेमारी की. सतीश नाम के इस शख्स ने दावा किया था कि उसने दुनिया का सबसे महंगा कुत्ता 50 करोड़ रुपये में खरीदा है.
इस मामले में ED जांच कर रही है कि अगर कुत्ता खरीदने के एवज में उन्होंने 50 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया तो वो कैसे किया गया. जब सतीश के अकाउंट की डिटेल खंगाली गई तो पता चला कि अकाउंट से कोई ट्रांजेक्शन ही नहीं हुआ है. ऐसे में ईडी को शक है कि क्या इसके लिए हवाला रुट का इस्तेमाल किया गया.
सतीश को सामने बैठाकर पूछताछ करने पर कहानी कुछ और ही निकली
ED की टीम ने जांच करने के लिए जब बेंगलुरु स्थित उनके आवास पर छापेमारी की तो पता चला कि सतीश जांच टीम को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है. ईडी की टीम ने जब सतीश को सामने बैठाकर पूछताछ की तो कहानी कुछ और ही निकली. जांच में सतीश के दावे झूठे साबित हुए.दरअसल, शुरुआती तफ्तीश में जिस कुत्ते के विदेशी नस्ल के होने का दावा किया गया वो भी देसी लग रहा है. इस मामले को लेकर ईडी की जांच जारी है.
सतीश ने दावा किया था कि इस कुत्ते को अमेरिका में पाला गया
अपने कुत्ते को लेकर द सन से बात करते हुए सतीश ने कहा था कि ये कुत्तें की एक अत्यंत दुर्लभ नस्ल है जो बिल्कुल भेड़िए की तरह दिखता है. इस नस्ल के कुत्ते को पहली बार बेचा गया है. सतीश ने बताया था कि कुत्ते को अमेरिका में पाला गया था और ये असाधारण है. मैंने इस पिल्ले को खरीदने पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए, क्योंकि मुझे कुत्तों का शौक है. मैं इस तरह के अनोखे कुत्तों का पालन और भारत में लाना चाहता हूं.
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