Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए बेहतर एंट्री पॉइंट दे सकता है. SBI फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड की एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय इक्विटी बाजार की मजबूती का आधार लॉन्ग-टर्म अर्निंग्स ग्रोथ बना हुआ है. शेयर बाजार की दीर्घकालिक संभावनाएं बनी रहेंगी. रिपोर्ट के अनुसार, “शॉर्ट-टर्म में कुछ सुस्ती जरूर है, लेकिन मीडियम-टर्म ट्रेंड्स सकारात्मक बने हुए हैं.”
भारत की कॉरपोरेट प्रॉफिट का जीडीपी में योगदान पिछले 4 सालों में बढ़ा है, जबकि 2008-2020 के बीच यह लगातार गिरावट में था. डिस्क्रेशनरी कंजम्पशन यानी लक्जरी या गैर-जरूरी खर्च करने वाले सेक्टर्स में अच्छी ग्रोथ देखी जा रही है, क्योंकि भारत की प्रति व्यक्ति आय $3,000 के करीब पहुंच रही है. यूनियन बजट में टैक्स में कटौती इस सेक्टर के लिए एक सकारात्मक संकेत है. मैन्युफैक्चरिंग और निवेश चक्र से जुड़ी कंपनियों को लेकर भी SBI फंड मैनेजमेंट पॉजिटिव है.
मार्केट में गिरावट से अच्छे स्टॉक्स खरीदने का मौका
रिपोर्ट में कहा गया कि जैसे-जैसे मौजूदा पैनिक खत्म होगा, बाजार मजबूत बिजनेस मॉडल, लॉन्ग-टर्म ग्रोथ और बेहतर कैश फ्लो वाली कंपनियों की ओर बढ़ेगा. अब जब RBI ने ब्याज दरों में कटौती की दिशा में कदम बढ़ाया है, तो अगला महत्वपूर्ण मुद्दा लिक्विडिटी यानी नकदी की उपलब्धता होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, “इसका असर बॉन्ड मार्केट और ब्याज दरों पर भी देखने को मिलेगा.”
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बॉन्ड मार्केट और इनवेस्टमेंट के लिए क्या कहती है रिपोर्ट?
शॉर्ट टेन्योर बॉन्ड फंड अभी बेहतर रिटर्न और कम जोखिम के साथ निवेश के लिए आकर्षक बने हुए हैं. मनी मार्केट प्रोडक्ट्स भी मार्च तिमाही के मौसमी प्रभावों के बाद अगले वित्तीय वर्ष में अच्छे अवसर दे सकते हैं. हाइब्रिड इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट्स मौजूदा मार्केट वोलैटिलिटी में एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं.
निवेशकों के लिए क्या रणनीति अपनानी चाहिए?
रिपोर्ट के अनुसार, बाजार में जारी गिरावट लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर है. निवेशकों को मजबूत कंपनियों और सेक्टर्स में ध्यान देना चाहिए, जो आगे ग्रोथ दिखा सकते हैं. साथ ही, हाइब्रिड इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स से भी जोखिम को कम करते हुए अच्छा रिटर्न पाया जा सकता है.
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