Russia EX president Dmitry Medvedev claim Ukraine forces almost surrounded in Kursk region vladimir putin Volodymyr Zelenskyy

Russia-Ukraine War: बीते कुछ दिनों से रूस ने यूक्रेन पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं. इस बीच रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने रविवार (9 मार्च 2025) को दावा किया कि कुर्स्क क्षेत्र में रूसी सेना ने यूक्रेन के सैनिकों को घेर लिया है. पिछले साल अगस्त में यूक्रेन ने कुर्स्क क्षेत्र में घुसपैठ की थी. यह दूसरे विश्व युद्ध के बाद से रूसी क्षेत्र पर सबसे बड़ा हमला था. यूक्रेन ने कुछ ही दिनों में 1,000 वर्ग किलोमीटर (386 वर्ग मील) क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था. यूक्रेन ने जिन क्षेत्रों पर कब्जा किया था, उसमें बॉर्डर का शहर सुदज़ा भी शामिल था.

यूक्रेनी सुरक्षाबलों पर रूस ने किया ने किया हमला

बताया जा रहा है कि रूसी सेना ने कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सुरक्षाबलों पर पीछे से हमला करने के लिए गैस पाइपलाइन के अंदर कई मीलों तक पैदल चले. रूस ने बीते कुछ दिनों तक यूरोप को गैस भेजने के लिए इस पाइपलाइन का इस्तेमाल किया था. न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार कुछ रूसी सैनिकों ने सुदज़ा शहर के पास यूक्रेनी सुरक्षाबलों पर पीछे से हमला किया. उससे पहले रूसी सैनिकों ने कई दिन इस पाइपलाइन में बिताए थे.

यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने शनिवार (8 मार्च 2025) को पुष्टि की थी कि रूसी सेनाओं ने सुदज़ा शहर के बाहर पैर जमाने के लिए पाइपलाइन का इस्तेमाल किया था. उन्होंने दावा किया था कि इस समय रूसी सुरक्षा बलों का पता लगाया जा रहा है और उन्हें रोका जा रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार क दावा किया कि रूस ने एक हफ्ते में सैंकड़ों हवाई हमले किए.

पिछले एक हफ्ते में रूस ने कई हवाई हमले किए

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “इस पूरे सप्ताह के दौरान, रूस ने विभिन्न प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल करते हुए हमारे लोगों के खिलाफ सैकड़ों हमले किए. लगभग 1,200 निर्देशित हवाई बम, करीब 870 हमलावर ड्रोन और विभिन्न प्रकार की 80 से अधिक मिसाइलें दागी गईं. इन हथियारों में 82,000 से ज्यादा विदेशी कंपोनेंट शामिल हैं.”

सहयोगी देशों से एक बार फिर मदद की अपील करते हुए जेलेंस्की ने कहा, “हर दिन, हम अपने भागीदारों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं कि जीवन रक्षक सहायता प्रदान करने के लिए फैसले लिए जाएं, जैसे कि- एयर डिफेंस सिस्टम, हमारे रक्षा उत्पादन में निवेश और रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को मजबूत करना.”

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