Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन के बीच चल रही जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ जहां डोनाल्ड ट्रंप लगातार युद्ध खत्म कराने की बात कर रहे हैं और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी शांति समझौता चाह रहे हैं. वहीं, शुक्रवार (07 मार्च, 2025) को रूस ने बड़े पैमाने पर यूक्रेन के एनर्जी संस्थानों पर ड्रोन और मिसाइल से अटैक कर दिया.
वोलोदिमीर जेलेंस्की ने देश के महत्वपूर्ण संस्थानों पर रूस के हवाई हमलों को रोकने के लिए आपसी सामंजस्य बनाने को फिर से दोहराया है. देश की ऊर्जा सुविधाओं पर हवाई बमबारी को रोकने के लिए जेलेंस्की ने कीव, वाशिंगटन और मॉस्को के साथ आने का आह्वान किया है. रूस यूक्रेन युद्ध चौथे वर्ष में प्रवेश कर गया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, ‘वास्तविक शांति स्थापित करने के लिए सबसे पहला कदम ये होगा कि रूस और यूक्रेन को नौसैनिक हमलों को रोकना होगा.’ उन्होंने आगे कहा, ‘यूक्रेन शांति समझौता करने के लिए तैयार है और वो यूक्रेन ही है जो युद्ध की शुरुआत से ही शांति चाहता है लेकिन दिक्कत ये है कि रूस युद्ध नहीं रोकना चाह रहा.’
‘रूस ने 58 मिसाइलें और लगभग 200 ड्रोन दागे’
यूक्रेन की वायु सेना ने कहा, ‘रूस ने कम से कम 58 मिसाइलें और लगभग 200 ड्रोन दागे हैं, जिससे पूर्व में खार्किव से लेकर पश्चिम में टेरनोपिल तक पूरे देश में एनर्जी संस्थानों को काफी नुकसान हुआ है’. आपातकालीन सेवाओं द्वारा जारी की गई तस्वीरों में दिखाया गया है कि खार्किव क्षेत्र में मलबे से भरी सड़कों पर अग्निशमन कर्मी आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं.
जेलेंस्की को मिला एर्दोगन का साथ
रूस यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर जेलेंस्की को दूसरे देशों के नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. यूक्रेन के सहयोगियों ने उनके युद्धविराम प्रस्ताव का समर्थन किया है. शुक्रवार को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन जिन्होंने हाल ही में यूक्रेनी नेता की मेजबानी की थी उन्होंने भी इसे अपना समर्थन दिया. तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम सीजफायर के सुझावों का पूरा समर्थन करते हैं जितनी जल्दी हो सके दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू होना चाहिए. समुद्र और आसमान से हो रहे हमलों को रोका जाना चाहिए.
रूसी रक्षा मंत्रालय ने की हमलों की पुष्टि
रूस के रक्षा मंत्रालय ने भी शुक्रवार को यूक्रेन के एनर्जी संस्थानों में किए गए हमलों की पुष्टि की. रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यूक्रेन के एनर्जी संस्थान युद्ध में उनकी आर्मी की मदद कर रहे हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, रूस सिर्फ उन्हीं ऊर्जा संस्थानों पर हमले कर रहा है जो यूक्रेन के मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉप्लेक्स से जुड़े हैं’.
यूक्रेन की एयर फोर्स ने बताया कि उन्होंने हवाई हमलों को रोकने के लिए पहली बार फ्रांसीसी मिराज लड़ाकू विमानों को तैनात किया है. जो पिछले महीने ही यूक्रेन को दिए गए थे. लड़ाकू विमानों ने एयर डिफेंस यूनिट के साथ मिलकर 34 मिसाइलों और 100 ड्रोनों को मार गिराया.
यूक्रेन में सबसे बड़ी निजी ऊर्जा आपूर्तिकर्ता डीटीईके के मुताबिक, ओडेसा के काला सागर क्षेत्र में उनके संस्थानों को लगातार चौथी बार निशाना बनाया गया. रात भर हुए हमले के बाद मध्य पोल्टावा क्षेत्र में गैस सुविधाओं ने कार्य करना बंद कर दिया.
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