Delhi News: 1984 सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दूसरी बार उम्रकैद की सजा मिलने के बाद, बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने सख्त प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि सज्जन कुमार को उम्रकैद नहीं बल्कि फांसी की सजा मिलनी चाहिए. तरविंदर मारवाह ने 1984 में सिख विरोधी दंगों का आंखों देखा हाल बताया. उन्होंने कहा, “हजारों की भीड़ सिखों को घेरकर हत्या कर देती थी. मेरी आंखों के सामने निर्दोष सिखों को जलाया गया.”
उन्होंने तत्कालीन सरकार पर दंगाइयों को खुली छूट देने का आरोप लगाया. बीजेपी विधायक ने कहा कि तत्कालीन राष्ट्रपति को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा, “मैं उस समय कांग्रेस में था. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण घटना को कभी भुलाया नहीं जा सकता.”
‘मोदी सरकार ने न्याय दिलाया’
बीजेपी विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि सिखों को न्याय दिलाने का काम किया गया. 2014 में मोदी सरकार आने के बाद एसआईटी का गठन हुआ. एसआईटी बनने के बाद दोषियों को सजा मिलनी शुरू हुई. तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा, “तीस साल तक मुकदमा लटका रहा. मोदी सरकार की दखल के बाद सज्जन कुमार को सजा मिल पाई. मेरे साथ पूरा सिख समाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करता है.”
उम्रकैद नहीं, फांसी की मांग
तरविंदर सिंह मारवा ने कहा कि सज्जन कुमार ने हजारों सिखों की हत्या करवाई. ऐसे में उम्रकैद की सजा देना पर्याप्त नहीं है. सज्जन कुमार को फांसी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पीड़ितों को सभी दोषियों को कड़ी सजा मिलने के बाद इंसाफ पूरा होगा.
1984 दंगों का जानें इतिहास
1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सिख विरोधी दंगे भड़क उठे थे. दिल्ली समेत कई शहरों में हजारों सिखों की हत्या कर दी गई. हमलावरों की भीड़ ने सिखों के घर और गुरुद्वारे भी जला दी. सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और कई कांग्रेस नेताओं पर भीड़ को उकसाने और दंगों में भूमिका निभाने का आरोप लगा.
तीस साल से ज्यादा मुकदमा अटका रहा. मोदी सरकार आने के बाद एसआईटी ने जांच में तेजी लाई. 2018 में पहली बार दोषी ठहराए गए सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. अब 2024 में दूसरी बार उम्रकैद की सजा दी गई है. तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा कि अब सिख समाज को उम्मीद है कि बाकी दोषियों को भी सजा मिलेगी. उन्होंने सज्जन कुमार को फांसी दिए जाने की मांग की.
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