6,6,6,6,6,6,6…. हेनरिक क्लासेन का तूफ़ान, 174 रन की खेल गए पारी, मात्र 26 गेंदों पर रच गए कीर्तिमान

Heinrich Klaasen: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन को उनकी विस्फोटक पारी को लिए जाना जाता है। मध्यक्रम में आकर वह किसी भी मैच का रूख बदलने का दम रखते हैं। इसी तरह उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए महज 26 गेंदों पर कीर्तिमान स्थापित कर दिया। हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) ने ऑस्ट्रेलिया की बेस्ट बॉलिंग लाइन अप की धज्जियां उड़ाते हुए 174 रन की तूफानी पारी खेल डाली, जिसकी बदौलत न सिर्फ उनकी टीम की बड़ी जीत मिली बल्कि क्लासेन को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी दिया गया।

अफ्रीका को मिली अच्छी शुरुआतHeinrich Klaasen

साउथ अफ्रीका दौरे पर गई ऑस्ट्रेलिया को भी मालूम नहीं था कि इस दौरे पर वह क्लासेन (Heinrich Klaasen) के रौंद्र रूप का शिकार बनने वाले वाले हैं। 15 सितंबर 2023 को खेले गए चौथे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिशेल मार्श ने टॉस जीतकर पहले प्रोटियाज को बल्लेबाजी का आमंत्रण देना उनके लिए एक खराब फैसला साबित हुआ। पहले बैटिंग करने उतरी अफ्रीका को उनके सलामी बल्लेबाजों ने 62 रन की तेज तर्रार शुरुआत दी, लेकिन 28 के निजी स्कोर पर रीज़ा हेंड्रिक्स को नाथन एलिस बोल्ड करके कंगारुओं को पहले सफलता दिलाते हैं। 

इसके बाद 95 के स्कोर तक उनके दूसरे ओपनर क्विंटन डी कॉक (45) हेजलवुड की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो जाते हैं, जिसके बाद 120 के स्कोर पर कप्तान एडेन मार्करम के रूप में प्रोटियाज का विकेट गिरता है और यहां से फिर मैच का असली रोमांच शुरू होता है। बिखरती दिखाई दे रही दक्षिण अफ्रीका को हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) का सहारा मिलता है और उन्होंने मैदान पर जो तबाही मचाई उसकी उम्मीद कंगारू खिलाड़ियों ने कभी नहीं की होगी।

क्लासेन ने किया कीर्तिमान स्थापित

बल्लेबाजी करने उतरे हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) ने शुरुआत से ही कंगारू गेंदबाजों पर हमला करना शुरू कर दिया था। वह एक के बाद एक गेंद को सीमा रेखा के बाहर भेज रहे थे और कंगारू फील्डर गेंद को सिर्फ सीमा रेखा तक जाते हुए देख रहे थे। क्लासेन ने पहले 38 गेंदों पर अपना पचासा ठोका। इसके बाद 57 गेंदों पर उन्होंने शतक ठोक आगे की मंशा को जाहिर कर दिया था। क्लासेन ने शतक के बाद न सिर्फ चौकों-छक्कों की बारिश की बल्कि बड़े स्कोर की तरफ भी बढ़ते रहे।

शतक के बाद क्लासेन (Heinrich Klaasen) ने अगली 20 गेंदों पर यानी 77 गेंदों पर 150 का आंकड़ा छूआ और आउट होने से पहले उनके बल्ले से 83 गेंदों पर 174 रन की दमदार पारी निकल चुकी थी उन्होंने 209.63 के तेज तर्रार स्ट्राइक रेट से 174 बनाए थे, जिसमें 13 चौके और इतने ही गगनचुंबी छक्के शामिल थे। क्लासेन ने 13 चौकों की मदद से 52 रन बनाए थे, जबकि 13 छक्कों की मदद से 78 रन। उन्होंने सिर्फ चौंकों और छक्कों की सहायता से 130 रन ठोके थे, यानी सिर्फ 26 गेंदों पर उन्होंने 130 रन बना लिए थे। जबकि 174 रनों में से बाकी बचे 44 रन उन्होंने विकेटों के बीच दौड़कर लिए थे।

अफ्रीका ने जीता मैच

हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) की इस धुआंधार पारी की बदौलत साउथ अफ्रीका ने निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 416 रन का विशालकाय स्कोर खड़ा किया था। दक्षिण अफ्रीका की ओर से क्लासेन के अलावा रस्सी वैन डेर डूसन ने 62 रन बनाए थे, जबकि डेविड मिलर के बल्ले से सिर्फ 45 गेंदों पर 82 रन की नाबाद पारी निकली थी, जिसमें उन्होंने 6 चौके और 5 छक्के जड़े थे। 417 रनों का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम 34.5 ओवर में सिर्फ 252 रन पर ढेर हो जाती है। कंगारुओं की तरफ से एलेक्स कैरी ने 77 गेंदों पर 99 रन बनाए थे, लेकिन उन्हें अन्य बल्लेबाजों का साथ बिल्कुल नहीं मिला, जिसके चलते उनकी टीम को यह मुकाबला 164 रन के बड़े अंतर से गंवाना पड़ता है। वहीं, इस वनडे सीरीज को भी अफ्रीका ने 3-2 से जीत लिया था।

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