मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में साल 2024 में खेलों में पंजाब ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की।
पंजाब सरकार की बदौलत साल 2024 खेलों के मामले में पंजाब के लिए यादगार साल साबित हुआ। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब ने खेलों के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियां हासिल कीं, खास तौर पर ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ और नई खेल नीति की शुरुआत के साथ। पंजाब के 19 खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए सर्वोच्च स्तर पर शामिल हुए थे। इनमें से 10 हॉकी खिलाड़ी थे, जिन्होंने कांस्य पदक जीता था, जबकि छह निशानेबाज, दो एथलीट और एक गोल्फ खिलाड़ी शामिल था। इसके अलावा, पंजाब के 3 एथलीटों ने एथलेटिक्स, बैडमिंटन और पावरलिफ्टिंग में पैरालिंपिक खेलों में भी भाग लिया था।
नई खेल नीति में सभी एथलीटों को पंजाब सरकार ने दिए 15-15 लाख रुपए
पंजाब सरकार द्वारा शुरू की गई नई खेल नीति के तहत इन सभी 22 एथलीटों को तैयारी के लिए 15-15 लाख रुपए दिए गए थे जो कुल 3.3 करोड़ रुपये का निवेश है। भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में कांस्य पदक जीता जिसमें टीम में आठ खिलाड़ी पंजाब के थे। इन सभी खिलाड़ियों को 1-1 करोड़ रुपए दिए गए, जबकि दो रिजर्व खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपए दिए गए। सीएम भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने अन्य भाग लेने वाले ओलंपियन और पैरालिंपियन को भी 15-15 लाख रुपए दिए। कुल मिलाकर, 22 एथलीटों को ट्रेनिंग, भागीदारी और पुरस्कार के लिए 13.1 करोड़ रुपए वितरित किए गए। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह भी पंजाब से हैं और वे 10 गोल के साथ ओलंपिक में शीर्ष स्कोरर बने जिससे पंजाब का भी मान बढ़ा।
खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 1000 खेल नर्सरियां स्थापित करने की परियोजना शुरू हुई
पंजाब में खेल संस्कृति को और बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने 1,000 से अधिक खेल नर्सरियां स्थापित करने की परियोजना की शुरुआत कर दी है। पहले चरण में साल 2024 में 260 नर्सरियों पर काम शुरू हुआ जिसका उद्देश्य उभरते एथलीटों के लिए उच्च स्तर की कोचिंग उपकरण और सुविधाएं प्रदान करना था। पिछले साल मुख्यमंत्री ने ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ के तीसरे संस्करण की भी शुरुआत की जिसमें 37 विभिन्न खेलों में लगभग पांच लाख एथलीटों ने भाग लिया। पहली बार सभी भाग लेने वाले एथलीटों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए पैरास्पोर्ट्स को भी शामिल किया गया।
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