प्रतीकात्मक फोटो
इराक में लगभग 40 साल बाद पहली बार पूर्ण जनगणना के आंकड़े जारी किए गए हैं। सोमवार को इराकी अधिकारियों ने देश की आबादी को 4.61 करोड़ यानी 46.1 मिलियन तक पहुंचने का ऐलान किया। यह आंकड़ा 2009 की अनौपचारिक गणना के मुकाबले लगभग 1.45 करोड़ यानी 14.5 मिलियन अधिक है, जिसमें देश की आबादी को 3.16 करोड़ यानी 31.6 मिलियन अनुमानित किया गया था।
इराकी अधिकारियों ने इस जनगणना को एक मील का पत्थर बताया है। इराकी अधिकारियों का कहना है कि इस जनगणना के परिणाम न केवल देश की वर्तमान स्थिति को समझने में मदद करेंगे, बल्कि यह भविष्य की योजनाओं और संसाधन वितरण के लिए जरूरी डेटा भी प्रदान करेंगे।
जनगणना के आकड़े की घोषणा करने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इराकी योजना मंत्री मोहम्मद तमीम ने कहा कि यह जनगणना देश में स्थितियों को सुधारने के लिए सरकार के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करती है। उन्होंने यह भी कहा कि जनगणना के परिणाम इराक के विकास के लिए आवश्यक नीति निर्धारण और योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
अर्थव्यवस्था पर ध्यान
इराकी सरकार दशकों के युद्ध और अस्थिरता के बाद अब देश में सुरक्षा सुधारों को मजबूत करने और क्षेत्रीय उथल-पुथल के समय में अर्थव्यवस्था को संजीवनी देने की कोशिशों में लगी हुई है। देश में शांति और स्थिरता लाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है।
शहरी क्षेत्रों में आबादी
जनगणना के अनुसार, इराक में लगभग 70.2 प्रतिशत लोग शहरी क्षेत्रों में रहते हैं, जबकि कुर्द क्षेत्र की शहरी आबादी 84.6 प्रतिशत है। बता दें कि साल 2024 की जनगणना की अंतिम गणना नवंबर में जारी 4.50 करोड़ के प्रारंभिक अनुमान से 10 लाख से अधिक है। (इनपुट- भाषा)
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