पाकिस्तान में होली (प्रतीकात्मक तस्वीर)
कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत के कराची शहर में स्थित एक प्रमुख निजी विश्वविद्यालय को अपने परिसर में होली का त्योहार मनाने पर छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी करने को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व सांसद लाल मल्ही ने सोशल मीडिया पर दाऊद इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को जारी नोटिस पोस्ट किया, जिनमें से अधिकतर हिंदू थे।
संस्थान ने क्या कहा?
संस्थान ने स्पष्ट किया कि यह एक पुराना मामला है और इसने छात्रों के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज होने की खबरों को खारिज कर दिया। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘छात्रों को प्रशासन से मंजूरी लिए बिना परिसर में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए नोटिस जारी किया गया था, जो विश्वविद्यालय के नियमों का उल्लंघन है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘छात्रों ने पहले ही नोटिस का जवाब दे दिया है।’’
‘क्या होली मनाना अपराध बन गया है’
लाल मल्ही ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की धार्मिक परंपराओं के खिलाफ बढ़ते ‘विरोध’ पर चिंता व्यक्त करते हुए सवाल किया, ‘‘क्या होली मनाना अब अपराध बन गया है? क्या विश्वविद्यालय में होली मनाना राज्य के विरुद्ध कार्य माना जाता है?’’ पिछले साल भी हिंदू छात्रों को होली के त्योहार के दौरान कुछ अन्य प्रांतों में भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था।
पाकिस्तान में होली (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पाकिस्तान में होली
देखने वाली बात ये भी है कि, भले ही साल 1947 में भारत और पाकिस्तान दो अलग मुल्क बन गए थे लेकिन भारतीय परंपरा और भारतीय त्योहार आज भी पाकिस्तान में मनाए जाते हैं, इनमें होली भी शामिल है। पाकिस्तान में भी भारत की तरह ही होली मनाई जाती है। पाकिस्तान में होली के समारोह में हिंदू धर्म के लोग शामिल होते हैं। होली के दिन लोग एक दूसरे पर रंग डालते हैं। भारत की तरह ही पाकिस्तान में भी होली के दिन पकवान बनाए जाते हैं। (भाषा)
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