
कंपनी का कहना है कि यह फैसला यूजर्स को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने और एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए लिया गया है. Meta की ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट के अनुसार, 1 अगस्त से 31 अगस्त के बीच 8.45 मिलियन (84 लाख से अधिक) अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाया गया. यह कार्रवाई Information Technology Act की धारा 4(1)(d) और धारा 3A(7) के तहत की गई है.

1.66 मिलियन अकाउंट्स को गंभीर उल्लंघनों के कारण तुरंत ब्लॉक कर दिया गया. अन्य अकाउंट्स की समीक्षा के बाद उन्हें संदिग्ध गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर बैन किया गया.

1.6 मिलियन से अधिक अकाउंट्स को WhatsApp ने खुद मॉनिटरिंग के दौरान प्रोएक्टिव रूप से बैन किया जिनमें यूजर की शिकायत की जरूरत नहीं पड़ी.

अब आपको इसके पीछे के कारण के बारे में बताते हैं. दरअसल, व्हाट्सऐप के कुछ नियम व शर्तें होती हैं जिन्हें न फॉलो करने पर व्हाट्सऐप के पास यह अधिकार है कि वह अकाउंट को बंद कर सकता है.

इसमें बिना इजाजत बल्क मैसेज भेजना, स्पैमिंग और फ्रॉड गतिविधियां, गलत या भ्रामक जानकारी फैलाना शामिल है.

इसके अलावा ऐसे अकाउंट्स पर बैन लगाया गया जो स्थानीय कानूनों का उल्लंघन कर रहे थे. 10,707 यूजर्स ने अकाउंट्स के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराईं. इनमें से 93% मामलों में तुरंत कार्रवाई की गई. उत्पीड़न, धोखाधड़ी, या अनुचित व्यवहार से जुड़ी शिकायतों पर विशेष ध्यान दिया गया.

WhatsApp का यह कदम प्लेटफॉर्म को सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने के लिए उठाया गया है. Meta द्वारा लाखों अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगाना इस बात को दर्शाता है कि कंपनी धोखाधड़ी और दुरुपयोग को रोकने के लिए लगातार सख्त कदम उठा रही है.
Published at : 22 Feb 2025 06:48 PM (IST)
Tags :
WhatsApp TECH NEWS HINDI
टेक्नोलॉजी फोटो गैलरी
टेक्नोलॉजी वेब स्टोरीज
Read More at www.abplive.com