
मुजफ्फरनगर। चरथावल क्षेत्र के कान्हाहेड़ी गांव में 13 साल पहले गवाह की गोली मारकर हत्या के दोषी संजीव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। साक्ष्य के अभाव में चार आरोपी दोषमुक्त करार दिए गए। विशेष न्यायधीश (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम) के पीठासीन अधिकारी अशोक कुमार ने फैसला सुनाया।
कान्हाहेड़ी में 25 मई 2012 को सतीश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गांव में कुछ दिन पहले हुई नीटू की हत्या में सतीश गवाह था। पीड़ित पक्ष की ओर से गांव के ही संजीव, हरपाल, चरण सिंह, अमित और ईश्वर चंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। प्रकरण की सुनवाई विशेष न्यायाधीश (अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम) में हुई। शुक्रवार को साक्ष्यों के अभाव में हरपाल, चरण सिंह, अमित और ईश्वर चंद को दोषमुक्त करार दिया गया, जबकि हत्या में आरोपी संजीव पर दोष सिद्ध हुआ। अदालत ने दोषी को आजीवन कारावास और 11 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई।
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