Israel Hamas War: हमास के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार (29 जनवरी,2025) को इजरायल पर युद्ध विराम समझौते के तहत गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने में देरी करने का आरोप लगाया है और साथ ही चेतावनी दी है कि इससे बंधकों की रिहाई प्रभावित हो सकती है.
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने को बताया, “हम चेतावनी देते हैं कि यदि महत्वपूर्ण सहायता की डिलीवरी में देरी जारी रहती है और इसे हल नहीं किया जाता, तो कैदियों की अदला-बदली सहित समझौते की स्वाभाविक प्रगति बाधित होगी.” एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस मुद्दे पर मध्यस्थों से हस्तक्षेप करने की अपील की गई है. दोनों अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर यह बयान दिया.
युद्ध से पूरी तरह तबाह हुआ गाजा
इजरायल-हमास संघर्ष के कारण गाजा पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. विशेष रूप से उत्तरी गाजा में, चारों ओर इमारतों का मलबा फैला हुआ है, सड़कें नष्ट हो गई हैं और बिजली-पानी की आपूर्ति का बुनियादी ढांचा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. शहर के पुनर्निर्माण में अरबों डॉलर की लागत आने का अनुमान है.
गाजा का विकास 69 साल पीछे चला गया
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के एक अधिकारी के अनुसार, युद्ध के कारण गाजा का विकास 69 साल पीछे चला गया है. संयुक्त राष्ट्र मानवीय कार्यालय के अनुसार, वर्तमान में 18 लाख से अधिक लोगों को इमरजेंसी शेल्टर की जरूरत है.
इस महीने जारी संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सामने आया:
युद्ध से पहले की तुलना में अब केवल 25% पानी की आपूर्ति उपलब्ध है. सड़क नेटवर्क का कम से कम 68% हिस्सा क्षतिग्रस्त हो चुका है. यदि नाकाबंदी जारी रही, तो गाजा के पुनर्निर्माण में 350 साल लग सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा की दो-तिहाई संरचना पूरी तरह नष्ट हो चुकी है. खासकर उत्तरी गाजा क्षेत्र इजरायली हमलों से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है.
गाजा में 69% संरचनाएं क्षतिग्रस्त या नष्ट
संयुक्त राष्ट्र द्वारा पिछले महीने जारी किए गए सैटेलाइट डेटा से पता चलता है कि गाजा में 69% संरचनाएं क्षतिग्रस्त या पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं. इनमें 2,45,000 से अधिक घर शामिल हैं.
18.5 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान
विश्व बैंक के मुताबिक, युद्ध के कारण गाजा में 18.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है, जो 2022 में वेस्ट बैंक और गाजा के संयुक्त आर्थिक उत्पादन के बराबर है. संयुक्त राष्ट्र के हालिया आकलन के अनुसार, गाजा में 50 मिलियन टन (5 करोड़ टन) से अधिक मलबा पड़ा हुआ है, जिसे साफ करने में कई साल लग सकते हैं. मलबा साफ करने में अनुमानित 1.2 अरब डॉलर की लागत आएगी. इस मलबे में 10,000 से अधिक शव दबे होने की आशंका है, जिसका अनुमान फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने लगाया है. यदि 100 से अधिक ट्रक बिना रुके लगातार मलबा हटाने का काम करें, तो भी इसे साफ करने में 15 साल से अधिक का समय लगेगा.
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