Stock market : 17 जनवरी को भारतीय इक्विटी सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए हैं। निफ्टी के 23,200 के करीब बंद हुआ है। कारोबर के अंत में सेंसेक्स 423.49 अंक या 0.55 फीसदी की गिरावट के साथ 76,619.33 पर और निफ्टी 108.60 अंक या 0.47 फीसदी की गिरावट के साथ 23,203.20 पर बंद हुआ है। आज लगभग 1975 शेयरों में तेजी आई, 1797 शेयरों में गिरावट आई और 116 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी पर इन्फोसिस, एक्सिस बैंक, श्रीराम फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और विप्रो सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले शेयरों में रहे। जबकि बीपीसीएल,रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज में बढ़त दर्ज की गई।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक सपाट बंद हुए। सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो आईटी और बैंक इंडेक्सों में 2-2 फीसदी की गिरावट आई। जबकि तेल और गैस, पावर, एफएमसीजी, पीएसयू, कैपिटल गुड्स, रियल्टी और मेटल इंडेक्स में 1 फीसदी तक की बढ़त हुई।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी आज एक और कारोबारी सत्र में मंदी के दबाव में रहा। अहम मूविंग एवरेज पर रजिस्टेंस का सामना करने के बाद निफ्टी में गिरावट के कारण भावना कमजोर बनी हुई है। यह मंदी की भावना शॉर्ट टर्म में या जब तक निफ्टी 23,400 से नीचे बना रहेगा तब तक बनी रह सकती है। नीचे की ओर निफ्टी 23,000 की ओर गिर सकता है। 23,000 से नीचे की गिरावट एक बड़ा करेक्शन ट्रिगर कर सकती है। इसके विपरीत ऊपर की तरफ 23,400 एक मजबूत रजिस्टेंस की संभावना नजर आ रही है।
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रेलिगेयर ब्रोकिंग में SVP रिसर्च अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में आज भी काफी उतार-चढ़ाव रहा। लगातार तीन दिनों की बढ़त के बाद आज करीब 0.50 फीसदी की गिरावट आई। आईटी और बैंकिंग दिग्गजों के नतीजों पर हुए प्रतिक्रिया के कारण शुरुआती कमजोरी ने बेंचमार्क इंडेक्सों को नीचे खींच लिया। हालांकि,रिलायंस,आईटीसी और एलटी जैसे दिग्गजों में हुई खरीदारी ने गिरावट को सीमित करने में मदद की। बुल्स और बियर्स के बीच चल रही खींचतान बाजार की मिलीजुली भावना का संकेत है। चुनिंदा दिग्गज शेयरों में रोटेशन के आधार पर रिकवरी देखने को मिल रही है। हालांकि,लगातार हो रही एफआईआई की बिकवाली और नतीजों के मौसम की मिलीजुली शुरुआत बाजार पर बंदिश का काम कर रही है। जब तक रिवर्सल के स्पष्ट संकेत नहीं मिलते इंडेक्स में “उछाल पर बिकवाली ” की रणनीति बनाए रखने की सलाह होगी। नतीजों के मौसम के दौरान हमें स्टॉक-विशिष्ट अवसरों पर फोकस करना चाहिए।
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