Israel Iran Tension Latest News: इजरायल और ईरान के बीच चल रहा तनाव आने वाले दिनों में युद्ध का रूप ले सकता है. यही नहीं, इस युद्ध में इजरायल को अमेरिका का साथ भी मिल सकता है. इस बात के संकेत खुद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दिए हैं. नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रविवार (15 दिसंबर 2024) को एक पोस्ट में स बात की पुष्टि की.
बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में बताया है कि उन्होंने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन कॉल पर बात की. इस दौरान उन्होंने ईरान और उसके सशस्त्र सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने के अपने देश के ‘दृढ़ संकल्प’ के बारे में बताया.
गाजा से बाकी बंधकों को वापस लाने पर हुई बात
नेतन्याहू ने वीडियो संदेश में आगे कहा है, “शनिवार (14 दिसंबर 2024) को मेरी अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बहुत दोस्ताना और गर्मजोशी के माहौल में बहुत महत्वपूर्ण बातचीत हुई. उन्होंने इजरायल को अपनी जीत पूरी करने की आवश्यकता के बारे में बताया. उन्होंने गाजा में बाकी बचे बंधकों को भी वापस लाने की जरूरत के बारे में भी बात की.”
אמרתי שנשנה את המזרח התיכון וזה מה שקורה.
סוריה היא לא אותה סוריה.
לבנון היא לא אותה לבנון.
עזה היא לא אותה עזה.
איראן היא לא אותה איראן. pic.twitter.com/IFVso1czkH
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) December 15, 2024
अक्टूबर 2023 में हमास ने किया था इजरायल पर हमला
बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर एक बड़ा आतंकवादी हमला किया था, जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए थे और 250 से अधिक बंधक बनाए गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से करीब 100 लोग अब भी गाजा में बंधक हैं. इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर लगातार हमला करते हुए उसे बड़ी चोट पहुंचाई है. इजरायल के हमलों में करीब 45,000 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
नेतन्याहू ने इस वीडियो मैसेज में आगे कहा, मैंने ट्रंप को बताया कि इजरायल अपने बाकी बंधकों को घर वापस लाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है, चाहे वे जीवित हों या मृत. मैं यह भी कहना चाहता हूं कि हम इसके बारे में जितना कम बात करेंगे, उतना ही बेहतर होगा. ईश्वर की मदद से हम अपने लक्ष्य में जरूर सफल होंगे.”
मिडिल ईस्ट को बदलने को लेकर किए अपने दावे को दोहराया
इजरायल के प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “मैंने कहा था कि हम मिडिल ईस्ट को बदल देंगे और यही हो रहा है. सीरिया वही सीरिया नहीं रहा. लेबनान वही लेबनान नहीं रहा. गाजा वही गाजा नहीं रहा. ईरान वही ईरान नहीं रहा.” उन्होंने कहा, “हम हिजबुल्लाह को फिर से हथियारबंद होने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
सीरिया पर इजरायल के हमले की वजह भी बताई
इजरायल की ओर से सीरिया पर किए जा रहे हमलों को लेकर नेतन्याहू ने कहा, “सीरिया के साथ संघर्ष में हमारी कोई दिलचस्पी नहीं है. हम जमीनी हकीकत के अनुसार सीरिया के प्रति इजरायल की नीति तय करेंगे. अगर मौजूदा शासन ईरान को सीरिया में फिर से स्थापित होने देता है या हिजबुल्लाह को हथियार हस्तांतरित करता है तो आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.”
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