South Korea” सीरिया में सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद बशर अल असद की चर्चा दुनिया भर में जोरो शोरों से है, इस बीच साउथ कोरिया की सियासत में भी तेजी से बदलाव हो रहे हैं. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल पर देश छोड़कर जाने के प्रतिबंध लगा दिया गया है. दरअसल सप्ताह भर पहले उन्होंने देश में मार्शल लॉ लागू कर दिया था, इसे लेकर उनपर अराजकता के आरोप लग रहे हैं.
न्याय मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल पर सोमवार (9 दिसंबर 2024) को देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यून सुक-योल ने 3 दिसंबर की रात को संसद में विशेष बल और हेलीकॉप्टर भेजे, इससे पहले कि सांसदों ने उनके आदेश को खारिज करके उन्हें आदेश वापस लेने के लिए मजबूर किया.
राष्ट्रपति यूं सुक येओल पर चले रहे कई जांच
राष्ट्रपति यून सुक-योल शनिवार (7 दिसंबर 2024) को संसद में महाभियोग प्रस्ताव से बाल-बाल बच गए, जबकि संसद के बाहर जुटी भारी भीड़ ने उन्हें पद से हटाने की मांग की थी. हालांकि, पद पर बने रहने के बावजूद, यून और उनके करीबी सहयोगियों पर कई जांच चल रही हैं, जिसमें कथित विद्रोह की जांच भी शामिल है.
देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगने वाले पहले दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति
न्याय मंत्रालय ने सोमवार को पुष्टि की कि यून सुक देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगाने वाले पहले दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति बन गए हैं. सोमवार को संसदीय सुनवाई में एक सांसद से पूछा गया कि क्या यूं पर देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगाया गया है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मंत्रालय में आव्रजन सेवा आयुक्त बे सांग-अप ने जवाब दिया, “हां, यह सही है.”
पिछले सप्ताह की घटनाओं में उनकी भूमिका के लिए यात्रा प्रतिबंधों के तहत पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून और पूर्व आंतरिक मंत्री ली सांग-मिन भी हैं. मार्शल लॉ ऑपरेशन के प्रभारी अधिकारी जनरल पार्क अन-सू और रक्षा प्रति-खुफिया कमांडर यो इन-ह्यूंग को भी देश छोड़ने से रोक दिया गया है. जांचकर्ताओं ने सोमवार को पार्क को आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.
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