Bhavishya Malika: कलियुग के बारे में जब भी बात होती है, तो दुनिया के अंत जिक्र भी जरूर होता है. दुनिया और कलियुग के अंत को लेकर कई भविष्यवक्ताओं ने कई भविष्यवाणियां की हैं. स्कंद पुराण, भविष्य पुराण, भागवत पुराण, विष्णु पुराण सहित कई और पुराणों में कलियुग का उल्लेख किया गया है.
कलियुग की कई भविष्यवाणियों में ‘भविष्य मालिका’ की भविष्यवाणियां भी कई बार चर्चा का विषय बन चुकी हैं. आइए जानते हैं क्या है भविष्य मालिका, इसमें कलियुग के अंत के बारे में क्या लिखा है.
भविष्य मालिका क्या है ?
भविष्य मालिका उड़िया भाषा में लिखी एक प्राचीन पुस्तक है. 16वीं शताब्दी में पांच महापुरुषों ने अपनी तपस्या और ज्ञान के बल पर लगभग 318 पुस्तकें लिखी थी, जिसमें से एक भविष्य मालिका भी थी. संत अच्युतानंद दास ने लिखी थी.
इसमें भविष्य में होने वाली घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं, युद्धों और सामाजिक परिवर्तनों सहित विभिन्न विषयों पर भविष्यवाणियां की गई हैं. इस पुस्तक में की गई भविष्यवाणियों को पहेलियों में लिखा गया है, जिन्हें डीकोड किया जाता है. भविष्य मलिका में कलयुग कुछ चौंकाने वाली भविष्यवाणी की गई हैं.
भविष्य मालिका में कलियुग का अंत कब होगा ?
जिन लोगों ने भविष्य मालिका को डिकोड किया है, उनके अनुसार कलयुग 4 लाख 32 हजार साल का होने वाला था, जिस तरह धरती पर अत्याचार, भष्ट्राचार और अधर्म के कार्य लगातार बढ़ रहे हैं उससे कलयुग नजदीक है, साल 2032 में कलयुग खत्म हो जाएगा.
धरती पर तबाही को लेकर भविष्य मालिका में ऐसी भविष्यवाणी की गई है जिसमें धरती का विनाश तीन चरणों में होगा.
- पहला चरण कलयुग के अंत का होगा
- दूसरा चरण में समूची धरती के महाविनाश का होगा
- तीसरे में चरण में एक नए युग का प्रारंभ होगा.
कलियुग के अंत के समय क्या होगा ?
भविष्य मालिका के अनुसार कलियुग के अंत से पहले भयानक प्राकृतिक आपदा घटने लगेंगी, लोग ईश्वर को भूल जाएंगे और उनके खिलाफ बोलना शुरू कर देंगे. दुनिया के ज्यादातर लोग लोग किसी भी धर्म में विश्वास नहीं करेंगे. धरती का तापमान तेजी से बढ़ेगा. लोग खतरनाक हथियार लेकर घूमेंगे. स्त्री और पुरुष दोनों अनैतिक संबंध और व्यभिचार को अपनाने लगेंगे.
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