Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने सोमवार (26 अगस्त) को हिंदू समुदाय के नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान मोहम्मद यूनुस ने जन्माष्टमी के अवसर पर उनके लिए एक स्वागत समारोह आयोजित किया. साथ ही अंतरधार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने का संकल्प भी लिया. जन्माष्टमी के मौके पर चीफ एडवाइजर ऑफिस ने बड़ा बयान दिया है.
दरअसल, प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद कई दिनों तक हिंसा में अल्पसंख्यक हिंदू आबादी के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया और मंदिरों में तोड़फोड़ की गई. अपनी सरकार के खिलाफ छात्रों के आंदोलन के बाद शेख हसीना पांच अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे कर भारत चली गईं.
देश में लोगों के बीच कोई विभाजन नहीं- मोहम्मद यूनुस
वहीं, चीफ एडवाइजर ऑफिस (सीएओ) ने मोहम्मद यूनुस के हवाले से कहा, ‘‘हमारे देश में लोगों के बीच कोई विभाजन नहीं हो सकता. क्योंकि, हम समान नागरिक हैं. अंतरिम सरकार देश के हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा करने के लिए मजबूती से खड़ी हुई है.” मोहम्मद यूनुस ने उम्मीद जताई कि वह ऐसे बांग्लादेश का निर्माण करेंगे. जहां हर कोई बिना किसी डर के अपने धर्म का पालन कर सके और जहां किसी मंदिर की सुरक्षा की जरूरत न हो.
सरकार की जिम्मेदारी हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा करना
यूनुस के कार्यालय ने ‘एक्स’ पर उनके हवाले से कहा कि बांग्लादेश एक बड़ा परिवार है, जहां सरकार की जिम्मेदारी हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा करना है. बैठक के दौरान बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद के अध्यक्ष बशुदेब धर, ढाका के रामकृष्ण मिशन के प्रमुख स्वामी पूर्णात्मानंद महाराज और काजोल देबनाथ एवं मोनिंद्र कुमार नाथ सहित हिंदू समुदाय के नेता मौजूद थे.
बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद के अध्यक्ष बशुदेब धर ने कहा कि हमने प्रोफेसर यूनुस से करीब एक घंटे तक बात की. उन्होंने कहा कि सभी बांग्लादेशी एक ही परिवार के सदस्य हैं. ऐसे में हम सांप्रदायिकता की किसी भी भावना को खत्म करेंगे.
अंतरिम सरकार के लिए भगवान श्रीकृष्ण से मांगा आशीर्वाद- मोहम्मद यूनुस
चीफ एडवाइजर ऑफिस (सीएओ) का कहना है कि मोहम्मद यूनुस ने देश के हिंदू समुदाय के नेताओं का अभिवादन किया और अंतरधार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने का वादा किया. इस दौरान हिंदू नेताओं ने इस अवसर पर यूनुस को बधाई दी. मोहम्मद यूनुस ने कहा कि उन्होंने देश की सद्भावना और समृद्धि और अंतरिम सरकार के लिए भगवान श्रीकृष्ण से आशीर्वाद मांगा. इसके साथ ही, उन्होंने ‘‘हिंदू मंदिरों की भूमि सहित हिंदुओं की संपत्ति हड़पने’’ का मुद्दा भी उठाया.
जन्माष्टमी के मौके पर बांग्लादेश में सार्वजनिक अवकाश
बता दें कि, यह स्वागत समारोह ऐसे समय में हुआ जब हिंदू समुदाय के लोगों ने प्रसिद्ध ढाकेश्वरी मंदिर और अन्य मंदिरों एवं मठों में भजन, कीर्तन कर जन्माष्टमी मनाई. जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में बांग्लादेश में सार्वजनिक अवकाश है.
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