Paris Olympics 2024 opening ceremony Criticism: पेरिस ओलंपिक 2024 ओपनिंग सेरेमनी में कई इवेंट हुए, दुनिया के इस सबसे बड़े खेल सेरेमनी में हुए ये कार्यक्रम इस समय सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर हैं। दरसअल, ओपनिंग सेरेमनी में बिना कपड़ों के एक व्यक्ति को दिखाया गया। यहां तक की एक एक्ट में ईशा मसीह को नीले रंग से पेंट किया गया। जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोग इस सब को ईसाई धर्म का मजाक उड़ाने वाला और सेक्शुअलाइज्ड एक्ट बता दें हैं। आइए आपको इस खबर में बताते हैं कि किस इवेंट पर क्या विवाद मचा हुआ है?
Drag queens and dancers performed an apparent “parody of the Last Supper” at the 2024 Paris Olympics opening ceremony Friday, drawing intense criticism across social media.
“This is crazy. Opening your event by replacing Jesus and the disciples at the Last Supper with men in… pic.twitter.com/vqOcqZfs1a
— SavvyCryptoInvestor (@tennispsycho) July 27, 2024
डांसर्स की वेशभूषा को बताया ईसाइयों का मजाक
दरअसल, सेरेमनी में एक इवेंट हुआ जिसका नाम ‘द लास्ट सपर’ था। सोशल मीडिया पर इस एक्ट के फोटो और वीडियो शेयर कर लोग इसमें बच्चे को शामिल किए जाने पर आपत्ति जता रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि इस इवेंट के चरित्रों और डांसर्स ने जिस तरह के कपड़े और वेशभूषा पहनी वह जीसस और उनके शिष्यों की असली कहानी से मेल नहीं खाती और ईसाइयों की भावनाओं को आहत करती है।
pic.twitter.com/b9myciQXRw 2024 Paris Olympics under criticism for a controversial performance that included a child in a hyper-sexua*ized, blasphemous interpretation of The Last Supper. Drag queens were mocking the religion of 2.5 bil inetsad of fostering unity#BoycottOlympics
— Kryptic (@LeoSun2021) July 27, 2024
लोगों ने एक्ट को सेक्शुअलाइज्ड करार दिया
ओपनिंग सेरेमनी में जिस तरह ‘द लास्ट सपर’ एक्ट को पेश किया गया है, सोशल पर लोग उस पर आपत्ति जता रहे हैं। लोगों ने इस एक्ट को सेक्शुअलाइज्ड और होमोसेक्शुअलिटी पर आधारित बताया है।
Paris Olympics opening ceremony under fire! 🇫🇷🔥 A controversial performance and criticism of the broadcast team have sparked outrage. Social media is ablaze with reactions to the event.#Paris2024 #Olympics #controversy pic.twitter.com/ig7qsHNvS3
— Trust (@trust_102) July 27, 2024
लास्ट सपर के दौरान क्या होता है?
ईसाई धर्म के अनुसार ये ईसा मसीह का क्रूस पर चढ़ने से पहले अपने शिष्यों के साथ आखिरी भोज था। धार्मिक कहानियों में बताया गया है इस दौरान यीशु ने रोटी को आशीर्वाद दिया और उसे तोड़ते हुए अपने शिष्यों से कहा था कि ‘लो, खाओ; यह मेरा शरीर है।’ फिर उन्होंने उन्हें शराब का प्याला देते हुए कहा, ‘यह मेरा खून है।’ दरसअल, कहा जाता है कि यीशु के ये शब्द उस क्रूस पर चढ़ने का संदर्भ देते हैं जिसे वे मानव जाति के पापों के प्रायश्चित के लिए भुगतने वाले थे।
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